Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch: भारत का दूसरा निजी (Private) रॉकेट अग्निबाण हुआ लांच, यहां देखे पूरी जानकारी।

Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch: अग्निवाण Sorted एक प्राइवेटाइजेशन दूसरा प्रक्षेपित लॉन्च पैड रॉकेट है। यह रॉकेट हमारे अपने भारत देश के पहली अर्ध- क्रायोजेनिक उड़ान भरने वाली इंजन है। साथ ही साथ यह रॉकेट 3D मुद्रित इंजन है। जिसके आकार को हमारे स्वदेशी रूप में निर्मित एवम डिजाइन किया गया है।

Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch के बारे में:

जैसा की आप सभी को हम बता दें की इस Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted लंच को बनाने के लिए काफी दिनों से बहुत ही जोर शोर से काफी मेहनत के साथ काम चल रही थी। हमारे महान वैज्ञानिकों के द्वारा यह मिशन काफी दिनों से प्रयासरत्न रहा। इस मिशन को पूरा करने के लिए हमारे चेन्नई ने चार बार असफलता की सामना की है। जिसके उपरांत इस अंतरिक्ष तकनीक स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने बृहस्पतिवार को हरिकोटा जो की शहर के पास में ही है । उसी हरिकोटा में सतीश ध्वन अंतरिक्ष (SDSC) के ही अंदर वो अपने खुद के ही लंच पैड के जरिए पहला रॉकेट Agniban Sorted (सब-अर्विटल टेक्नोलॉजिकल डेमोस्ट्रेटर) की सफलता हासिल की।

Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch की महत्वपूर्ण बातें:

Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch: यह जो अग्निबाण सोर्टेड रॉकेट (Agnivan Sorted Rocket) है। वह चेन्नई स्थित स्टार्ट अप द्वारा निर्मित भारत का दूसरा प्राइवेट रॉकेट है। जो की हमारे देश भारत के एक प्रतिष्ठित संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-एम) के द्वारा इनक्यूबेट किया गया है। यह संस्थान भारत देश के मद्रास शहर में स्थित है।

इस रॉकेट को जब लंच के लिए तैयारी चल रही थी तो बहुत सी नई नई बाते सामने निकल के आई। जैसे की ये जो अग्निवाण sorted निजी (private) लंच पैड (Lunch pad) से प्रक्षेपित होने वाला पहला रॉकेट है। साथ ही साथ आपको हम इस अग्निवाण sorted रॉकेट के बारे में इस बात से भी आपको अवगत करवा दे की ये जो रॉकेट है। वो देश की पहली सेमी क्रायोजेनिक वाला उड़ान इंजन है। यह जो रॉकेट है वह पूरी दुनिया का एकमात्र ऐसा रॉकेट है जो 3D प्रिंटेड इंजन के रूप में तैयार किया गया है। जिस की स्वयं के देश भारत में निर्मित एवं डिजाइन किया गया है।

Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch की महत्वपूर्ण खूबियां:

अगर हम इस अग्निवाण sorted रॉकेट के बारे में बात करे तो ये जो रॉकेट है उसको स्टार्ट अप 2025 के वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में एक कक्षीय रूप में मिशन बना कर उड़ाने की योजना संस्थान बना रही है। जिसमे इस बात की भी जिक्र की जा रही है की वर्ष 2025 के कैलेंडर के अनुसार इस रॉकेट की उड़ान को नियमित रूप से रखने की योजना को बनाई जा रही है। इस रॉकेट की प्रक्रिया को पूरा करने में सहयोग करने वाले निजी खिलाड़ियों (Private Player) को अंतरिक्ष में प्रवेश करने के लिए भी प्रोत्साहित करने की उपेक्षा की जा रही है।

इस प्रमुख रॉकेट “अग्निवाण” को धनुष नामक मोबाइल लंच पैड के साथ संगत हेतू डिजाइन किया गया है। यह किसी भी प्रकार की स्थान को आसानी से पार कर सकता है। क्योंकि यह बहुत ही लचीलापन है। इस अग्निवाण को 30 किलोग्राम से लेकर 300 किलोग्राम तक पेलोड होने के लिए तैयार किया गया है।स्टार्ट अप ने अपने बयान के जरिए इस बात की जिक्र की है की यह रॉकेट नियंत्रित उर्ध्वाधर चढ़ाई पे भी बहुत आसानी से उड़ान ले सकता है। यह रॉकेट 18 मीटर लंबा छोटे उपग्रहों के लिए तैयार किया गया है। यह रॉकेट जो है वह 700 किलोमीटर की निचली सतह पृथ्वी की निचली कक्षा में 300 किलोग्राम के पेलोड को आसानी से लंच कर सकता है।

इस रॉकेट की मुख्य उद्देश्य स्टार्ट अप के जरिए उड़ान भरने के उपरांत डेटा को एकत्रित करना एवम दो चरणीय कक्षीय मिशाइल अग्निवाण इष्टतम कार्यों को एक निश्चित रूप देने में सहायता प्रदान करेगा। इस मिशाइल को तैयारी करने में पहले चार बार असफलता का सामना करना पड़ा है। हमारे देश भारत के महान वैज्ञानिकों को। इस चार बार असफलता का मुख्य कारण तकनीकी गड़बड़ी थी। जिससे की प्रक्षेपण को रद्द करना पड़ गया।

Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch की वैज्ञानिकों द्वारा बताई हुई बातें:

जैसा कि आप सभी को हम बता दें कि इस मिशन अग्निवाण sorted-1 को अग्निकुल कॉसमॉस के द्वारा उनके लंच पैड के जरिए सफलता हासिल होने के उपरांत में इसरो ने उन्हें बहुत बहुत बधाई दी। इसरो ने अपनी एक्स अकाउंट के माध्यम से इस बात को जताया है कि यह एक बहुत ही बड़ी और अच्छी उपलब्धि है। क्योंकि इस संशोधन के तहत एडिटिव मैन्यूफेक्चरिंग से सेमी क्रायोजेनिक लिक्विड इंजन की प्रथम उड़ान पे सफलता हासिल हुई है।

इसरो के जो अध्यक्ष डॉक्टर एस सोमनाथ हैं । उन्होंने कहा है की इस भारत देश में एक सक्रिय जीवंत अंतरिक्ष पारिस्थितिकी यंत्र को बनाने हेतू हमे आत्मनिर्भरता हेतू सरकारी एवम गैर सरकारी संस्थाओं को सपोर्ट एवम प्रेरित करना चाहिए। भारतीय अंतरिक्ष संघ के द्वारा ये कहा गया की ये जो Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch है वो एक प्रकार की किसी ऐतिहासिक मील के पत्थर से थोड़ा भी कम नहीं है। क्योंकि अगर हम पुरानी बाते करें तो बीती हुई साल 1963 ईस्वी में थुम्बा प्रक्षेपण स्टेशन जो है वहां से इसरो द्वारा पहला रॉकेट को लंच किया गया था।

Note: ऊपर के द्वारा इस लेख में हमारे द्वारा बताई गई Agnikul Cosmos Lunches India’s 2nd Rocket Agnivan Sorted Lunch के बारे में न्यूज, सोशल मीडिया तथा इंटरनेट से ली गई है। जिसकी पक्का पोख्ता हमारा यह चैनल नही करता है। क्योंकि इसमें कुछ फेर बदलाव भी आपको देखने को मिल सकता है। अतः आप इसकी स्वयं भी जांच कर लें। यह लेख केवल आपके जानकारी के लिए दी गई है। जिससे आप अपडेटेड हो सके। आप हमारे इस चैनल पे सरकारी, गैर सरकारी एवम नई नई सूचना की जानकारी को देखने के लिए हमेशा बने रह सकते हैं। इस चैनल पे हमेशा नई नई अपडेट जल्द ही उपलब्ध कराई जाती है।

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मैं राज सिंह, मैंने शिक्षा जगत के क्षेत्र में अपनी मास्टर डिग्री को पूरी कर ली है। मैं इस वेबसाइट का मालिक होने के साथ-साथ इस वेबसाइट का लेखक भी खुद मै ही हूँ। मुझे ब्लॉगिंग के क्षेत्र में आर्टिकल लिखने का अनुभव 3 वर्षों का है। आपको इस वेबसाइट के माध्यम से ब्लॉगिंग के रूप में समय-समय पर सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरी, योजनाएं, एडमिट कार्ड, परीक्षा परिणाम, परीक्षा की सूचना एवं अन्य जानकारियां प्रदान की जाती है।

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